झारखंड के लोकगीतों में जन संघर्ष

      (एम . अखलाक ) प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर झारखंड राज्य की धरती सिर्फ खनिजों और वनों की नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक चेतना की भी भूमि है।  यहाँ…

झारखंडी लोकगीतों में धरती की पूजा और श्रम से निकला संगीत 

       ( एम . अखलाक ) सुजलाम सुफलाम, शस्य श्यामलाम भारत भूमि प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। पर्वत, पेड़, नदियां, समुद्र का किनारा , नमीयुक्त दलदली भूमि से…