रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) ने रक्षा और आंतरिक सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में किया गया।
इसका उद्देश्य भारत की रक्षा और सुरक्षा तकनीकों में आत्मनिर्भरता बढ़ाना है। दोनों संस्थान मिलकर तकनीक, ज्ञान और अनुभव का उपयोग कर देश की सुरक्षा को मजबूत करेंगे।
MoU के तहत दोनों संस्थान मिलकर शोध परियोजनाएं करेंगे, पीएचडी और फेलोशिप प्रोग्राम चलाएंगे, सुरक्षा बलों के लिए विशेष प्रशिक्षण देंगे और भविष्य में आने वाली चुनौतियों का अध्ययन करेंगे। इसके अलावा DRDO की बनाई प्रणालियों का रखरखाव और इस्तेमाल भी दोनों मिलकर देखेंगे।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है और सुरक्षा के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण देता है। DRDO देश की प्रमुख रक्षा अनुसंधान संस्था है और सेना व सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई तकनीक बनाती है।





