
भोपाल।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में सरकार किसान हित के लिए अनेक योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन कर रही है ।
हमारे लिए किसान हित सर्वोपरि है किसान को सशक्त बनाने के लिए एफ पी ओ को मजबूत बनाया जाएगा।
उक्त आशय के विचार मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गत दिवस राज्य कृषि विस्तार एवं अनुसंधान संस्थान भोपाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए।
यह कार्यक्रम किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
“ एफ पी ओ डायरेक्टर समिट 2025 ” नामक यह कार्यक्रम माही राष्ट्रीय सहकारी एफ पी ओ फेडरेशन और मालवम फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के साथ मिलकर आयोजित किया गया ।
इसमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंसाना, भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय मंत्री दिनेश कुलकर्णी और कई कृषि विशेषज्ञ शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का लक्ष्य किसानों को संगठित करना, एफ पी ओ यानी फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन को मजबूत बनाना और खेती के नए तरीके अपनाकर किसानों की आमदनी बढ़ाना रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत में विषय विशेषज्ञों ने एफ पी ओ की सफलता के लिए जरूरी मुद्दों पर चर्चा की।
इसमें बताया गया कि एफ पी ओ कैसे काम करता है ? इसका प्रबंधन कैसे किया जाए ? मार्केटिंग और ब्रांडिंग कैसे की जाए ?
किसानों को सरकारी योजनाओं का फायदा कैसे मिले ?
इसके साथ ही कंपनी एक्ट 2013 के नियमों और एफ पी ओ के लाभ के बारे में भी जानकारी दी गई।

डॉ. मोहन यादव ने दूसरे सत्र में बताया कि पिछले डेढ़ सालों में मध्यप्रदेश में खेती के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है।
उन्होंने बताया कि अब तक 7 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई की सुविधा बढ़ाई गई है और आने वाले समय में 32 हजार किसानों को सोलर पंप देने की योजना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अब सिर्फ उत्पादन नहीं, बल्कि फूड प्रोसेसिंग यानी खाद्य प्रसंस्करण पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश में सिर्फ 5% फूड प्रोसेसिंग हो रही है, लेकिन भविष्य में इसे 95% तक बढ़ाया जाएगा। साथ ही, दूध उत्पादन को भी 7 हजार लीटर से बढ़ाकर 19 हजार लीटर प्रतिदिन तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना ने कहा कि हमारी सरकार किसानों की सरकार है। हम किसानों की भलाई के लिए लगातार योजनाएं बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि एफ पी ओ किसानों को एकजुट करने और उन्हें बाजार से जोड़ने का अच्छा जरिया है। मालवम फेडरेशन के अधिकारियों ने बताया कि यह संस्था एक गैर-लाभकारी संगठन है जो एफ पी ओ को ट्रेनिंग देने, सरकारी योजनाओं की जानकारी देने, आधुनिक खेती के तरीकों से अवगत कराने और दूसरे राज्यों के एफ पी ओ से जोड़ने का काम करती है। इस समिट में प्रदेश भर के एफ पी ओ के सी ई ओ, अध्यक्ष और सदस्य शामिल हुए। सभी ने एक-दूसरे से सीखने का मौका पाया और कृषि को आगे ले जाने के नए रास्तों पर विचार किया।
– अमिताभ पाण्डेय