पुष्पेन्द्र सिंह
टीकमगढ़|
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिला मुख्यालय की नगरपालिका परिषद में इन दिनों सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप लगाने का सिलसिला बढ़ गया है। नगरपालिका के अगले चुनाव में अभी दो साल से ज्यादा का समय बाकी है लेकिन कुछ नेता अभी से तैयारी में जुट गए हैं।
नगरपालिका अध्यक्ष व कांग्रेस नेता अब्दुल गफ्फार उर्फ़ पप्पू मलिक, और बीजेपी पार्षदों , खासतौर पर वार्ड 21के पार्षद अभिषेक उर्फ़ रानू खरे जिस तरह से एक़ दूसरे पर आरोप, प्रत्यारोप लगा रहे हैं उसका असर विकास कार्यों पर भी देखा जा रहा है। उन दोनों के इस क्रिया कलाप से एक़ सवाल यह सामने आया है कि क्या इनका यह विरोध आगामी नपा चुनाव का प्रतिबिम्ब है?
संभवतः इसलिये बीजेपी पार्षद, कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित अध्यक्ष मलिक को ऐसे कोई कार्य नहीं करने देंगे जिससे अगले चुनाव में वे उन कार्यों का श्रेय लेकर बीजेपी (उम्मीदवार )के लिए परेशानी पैदा कर सकें |

मलिक का आरोप है कि बीजेपी पार्षद रानू खरे (कथित नेता प्रतिपक्ष )विकास से जुड़े कार्यों का विरोध करते हैं जबकि पार्षद खरे का कथित तौर पर आरोप है कि अध्यक्ष अपने लोंगो को को काम देते हैं ऐसे ही आरोपों को लेकर दोनों के बीच विरोध इतना बढ़ गया कि बात व्यक्तिगत स्तर के आरोप, प्रत्यारोप तक पहुंच गयी है पिछले दिनों इस तरह के क्रिया कलाप से शहर के बुद्धिजीवी हतप्रभ हैं |
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में अगले स्थानीय चुनाव में नगरपालिका अध्यक्ष, सीधे जनता चुनेगी, इसलिए, जैसे कि राजनीति के जानकारों का मानना है, अध्यक्ष और पार्षदों का वह आरोप, प्रत्यारोप राजनैतिक महत्वकांक्षा, का टकराव है!राजनीति में दिलचस्पी रखने बाले जानते है कि पिछले लम्बे समय से पार्षद अभिषेक खरे, स्थानीय स्तर पर विभिन्न आयोजन के माध्यम से जनता का ध्यान आकृष्ट करने में लगे हुए हैं!
समीक्षक मानते हैं कि बीजेपी उनकी स्थानीय स्तर पर सक्रियता को देखते हुए उन्हें अध्यक्ष पद के लिए मौका प्रदान कर दे!हालांकि इस पद के लिए भाजपा में अन्य कई दावेदार भी हैं |
जबकि दूसरी ओर कांग्रेस अब्दुल गफ्फार को ही मौका देगी, वे अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर चुनाव लड़ेंगे, बीजेपी इस तथ्य से अवगत है इसलिये पूरा संगठन पार्षदों का साथ दे रहा है| लेकिन उनकी आपसी विरोध के कारण स्थानीय स्तर पर सड़क, पार्क और भी जनता से जुड़े अन्य विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं, शहर सबका है और व्यक्तिगत हितों को दरकिनार कर दोनों दलों के नेताओं को जनहित के कार्यों में एकजुट होकर काम करना चाहिए, जिससे हमारा शहर विकास के नये सोपान तय कर सके |
( लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, संपर्क: 94254 73966 )





