नई दिल्ली।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों का आना जाना अब अधिक सुरक्षित और दुर्घटना रहित हो सकेगा। यात्रा के दौरान सुरक्षा बढ़ाने और निर्बाध यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए, NHAI राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर एक दूरसंचार-आधारित सुरक्षा चेतावनी प्रणाली शुरू करेगी। इसके लिए रिलायंस जियो के साथ 2 दिसम्बर 2025 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
जियो के मौजूदा 4G और 5G नेटवर्क का उपयोग करते हुए, यात्रियों को दुर्घटना-संभावित क्षेत्रों, आवारा पशुओं के क्षेत्रों, कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों और आपातकालीन मोड़ जैसे चिन्हित जोखिम वाले स्थानों के पास पहुँचने पर उनके मोबाइल फोन पर अग्रिम चेतावनी प्राप्त होगी।
इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को समय पर सूचना प्रदान कर के सड़क सुरक्षा को मज़बूत करना है।इससे वे गति और ड्राइविंग व्यवहार को पहले से समायोजित कर सकेंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को एसएमएस, व्हाट्सएप और उच्च-प्राथमिकता वाली कॉल के माध्यम से अलर्ट भेजे जाएँगे। इस प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से NHAI के डिजिटल प्लेटफॉर्म, जिसमें ‘राजमार्गयात्रा’ मोबाइल एप्लिकेशन और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 1033 शामिल हैं, के साथ एकीकृत किया जाएगा।
यह स्वचालित प्रणाली राष्ट्रीय राजमार्गों पर या उसके आस-पास सभी जियो मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए काम करेगी और राष्ट्रीय राजमार्ग यात्रियों को किसी खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही चेतावनी प्रदान करेगी।
यह समाधान मौजूदा दूरसंचार टावरों का उपयोग करेगा और इसे बिना किसी अतिरिक्त हार्डवेयर के, सड़क किनारे, जल्दी से स्थापित किया जा सकता है।
यह रणनीतिक साझेदारी जियो के डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठाएगी – जो देश में 50 करोड़ से ज़्यादा ग्राहकों को सेवा प्रदान करेगा।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए, एन एच ए आई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कहा, “यह पहल यात्रियों को समय पर और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे सोच-समझकर निर्णय ले सकेंगे और पहले से ही सुरक्षित ड्राइविंग के तरीके अपना सकेंगे। मुझे विश्वास है कि यह पहल राष्ट्रीय राजमार्ग पर तकनीक-सक्षम सड़क सुरक्षा प्रबंधन में एक नया मानक स्थापित करेगी।”

रिलायंस जियो के अध्यक्ष ज्योतिंद्र ठाकर ने कहा कि यह पहल जियो के दूरसंचार नेटवर्क की पहुंच का उपयोग करके बड़े पैमाने पर समय पर सुरक्षा अलर्ट प्रदान करती है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा अधिक सुरक्षित और अधिक सूचित हो जाती है।
इस पहल की प्रारंभिक पायलट तैनाती एनएचएआई के कुछ क्षेत्रीय कार्यालयों के अंतर्गत जोखिम-क्षेत्र की पहचान और अलर्ट सीमा निर्धारित करने में सहायक होगी। यह पहल सभी लागू नियामक प्रावधानों और डेटा-सुरक्षा आवश्यकताओं का पूरी तरह से पालन करेगी।
एनएचएआई अन्य दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के साथ भी इसी तरह की पहल करेगा। मज़बूत डिजिटल बुनियादी ढाँचे को रीयल-टाइम संचार उपकरणों के साथ जोड़कर, यह पहल यात्रियों की जागरूकता बढ़ाने और रोके जा सकने वाले सड़क हादसों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यहां यह बताना जरूरी है कि एन एच ए आई ऐसे नवोन्मेषी, व्यापक समाधान अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो देश भर में राष्ट्रीय राजमार्ग यात्रा को सुरक्षित, स्मार्ट और अधिक कुशल बनाएंगे।
– अमिताभ पाण्डेय





