‘‘नो हेल्थ विदआउट मेंटल हेल्थ’’ विषय पर हुआ राष्ट्रीय सम्मेलन

भोपाल 

मध्यप्रदेश के सीहोर शहर में स्थित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान में 10 सितम्बर 2025 को राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया । ‘‘नो हेल्थ विदआउट मेंटल हेल्थ’’ विषय पर एक दिवसीय आयोजन में देशभर के लगभग 250 पुनर्वास प्रोफेशनल्स एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया। इमसें विषय विशेषज्ञ शिक्षाविद् तथा छात्र शामिल रहे।

 इस अवसर पर भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित सतत् पुनर्वास शिक्षा से संबंधित 6 अंक के प्रमाण पत्र संबंधी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। 

राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन संस्थान की शासी परिषद के अध्यक्ष प्रो. डॉ. तेज बहादुर सिंह एवं संस्थान के कार्यकारिणी सदस्य डॉ. संजय शर्मा, डॉ. अर्जुन सिंह द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में एम्स भोपाल के मनोचिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. विजेन्द्र सिंह, डॉ. अनुराधा कुशवाह एवं डॉ. रूपेशरंजन, बी.एम.एच.आर.सी. भोपाल, भी उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास के महत्व और समग्र स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में इसकी भूमिका एवं मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों, पुनर्वास रणनीतियों और नीतिगत ढॉंचों पर विचार- विमर्श करना था। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्थान के बारे में परिचयात्मक भाषण संस्थान की शासी परिषद के अध्यक्ष प्रो. डॉ. तेज बहादुर सिंह द्वारा दिया गया। 

कार्यक्रम का प्रथम सत्र प्रो. डॉ. विजेन्द्र सिंह, एम्स भोपाल के मनोचिकित्सा विभागाध्यक्ष एवं डॉ. अंकित चौधरी सहायक प्रोफेसर मनोचिकित्सा, एन.आई.एम.एच.आर. द्वारा लिया गया सत्र में मानसिक पुनर्वास के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की गई। 

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में डॉ. रूपेश रंजन, क्लीनिकल न्यूरोलॉजिस्ट, बी.एम.एच.आर.सी., भोपाल एवं डॉ. अंकित चौधरी सहायक प्रोफेसर मनोचिकित्सा, एन.आई.एम.एच.आर. द्वारा लिया गया सत्र में विभिन्न नैदानिक परिस्थितियों में आत्महत्या की रोकथाम और संकट प्रबंधन पर जानकारी दी गई। 

तत्पश्चात् संस्थान के प्रथम न्यूज लेटर ‘‘उन्मेष’’ का विमोचन राजेश अग्रवाल , सचिव , एवं संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा किया गया गया। सचिव एवं संयुक्त सचिव द्वारा सभी प्रतिभागियों को संबोधित भी किया गया।

कार्यक्रम के तृतीय सत्र में कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी डॉ. अर्जुन सिंह संस्थान के कार्यकारिणी सदस्य एवं सुश्री कृति जैन द्वारा लिया गया। कार्यक्रम के चतुर्थ सत्र में कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य (वृत्त चित्र प्रस्तुति) राष्ट्रपति अवार्ड प्राप्त एवं संस्थान की कार्यकारिणी सदस्य डॉ. संजय शर्मा द्वारा लिया गया। कार्यक्रम के पॉचवा सत्र डॉ. अनुराधा कुशवाह, चाइल्ड सॉयकोलाजिस्ट, एम्स भोपाल द्वारा लिया गया जिसमें शिक्षा व्यवस्था में आत्महत्या का आकलन और रोकथाम के बारे में जानकारी प्रदान की गई। 

कार्यक्रम के छठे सत्र में मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास में डिजिटल समाधान और नवाचार विषय पर मोहित कुमार, क्लीनिकल सॉयकॉलोजिस्ट, एम्स भोपाल एवं डॉ. प्रियंका लेंका, सहायक प्राध्यापक, क्लीनिकल सॉयकॉलोजी, एन.आई.एम.एच.आर. सीहोर द्वारा जानकारी दी गई। 

तत्पश्चात् प्रतिभागियों द्वारा कार्यक्रम में दी गई जानकारी के बारे में क्वीज का आयोजन किया गया एवं सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम समापन संस्थान के निदेशक डॉ. अखिलेश कुमार शुक्ला द्वारा दिए गए संबोधन से हुआ।   

कार्यक्रम में संस्थान के उप कुलसचिव डॉ. नरेन्द्र कुमार, डॉ. अंकित चौधरी, राम कुमार नागर, डॉ. नित्यानन्दा एस, अभिषेक मिश्रा, अनिल कुमार रावल, पवन कुमार तिवारी, केशव सावनेर, श्री रविशंकर यादव, अनूप कुमार वैष्णव, उमाशंकर सैनी एवं अन्य सभी अधिकारी/ कर्मचारीगण उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका लेंका एवं सुश्री कृति जैन ने किया।

– अमिताभ पाण्डेय

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