प्रदेशभर में आस्था, भक्ति और उल्लास के साथ मनाई  गई हरियाली तीज

भोपाल। शिवजी और पार्वतीजी के पुनर्मिलन के उपलक्ष में शनिवार को हरियाली तीज का त्योहार प्रदेशभर में आस्था, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। भोपाल के कोलार रोड स्थित सिंगापुर सिटी में भी महिलाओं ने धूमधाम से उत्सव मनाया। यहाँ महिलाओं ने पहले भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की।  उसके बाद एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियाँ  दीं । 
   महिलाओं ने बॉलीवुड सॉन्ग्स पर जमकर डांस किया। इनमें उड़ें जब-जब जुल्फें तेरी ..., चूड़ी मज़ा ना देगी..., झुमका गिरा रे...,लौंग दा लश्कारा..., माही वे...और सलाम ए इश्क़ ...  जैसे कई गाने शामिल थे। इस दौरान छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं ने जमकर डांस किया ।
हरियाली तीज कार्यक्रम में महिलाओं ने फैशन शो भी आयोजित किया। इसके अलावा हरियाली पर आधारित प्रतियोगिताएँ भी हुईं। इनमें बेस्ट साड़ी आउटफीट, बेस्ट डांस और बेस्ट सिंगिंग अवॉर्ड्स को शामिल किया गया। महिलाओं ने सबसे ज्यादा जलवे रैंप वॉक के दौरान बिखेरे। इसमें उन्होंने अपने आउट फिट के साथ-साथ चाल, नजाकत और शरारत भी दिखाई। 
वैसे तो कार्यक्रम में हरियाली तीज के हिसाब से हरे रंग को प्राथमिकता दी गई थी, लेकिन महिलाओं ने दूसरे खूबसूरत रंगों के परिधानों में भी धूम मचाई । 
  संयोजक श्रीमती निधि माथुर ने बताया कि कार्यक्रम में   श्रीमती उषा शर्मा, निशा चतुर्वेदी, कृष्णा शर्मा, ऋतु रघुवंशी, रचना चौहान, पूजा प्रजापति,पूनम भारद्वाज, भारती परसाई एवं महिला मंडल की अन्य सदस्यों 
ने भाग लिया।

हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज को भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माँ पार्वती ने भगवान शंकर को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए 108 जन्मों तक कठोर तप किया था। इस कठोर तप के बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती के पूजन से सुहागिन स्त्रियों को सौभाग्यपूर्ण जीवन और उनके पतियों को लंबी आयु की प्राप्ति होती है। हरियाली तीज के दिन कुंवारी कन्याएं मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए व्रत करती हैं। सुहागिन महिलाओं द्वारा निर्जला व्रत किया जाता है।

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