घंटी शब्द सुनते ही मीठि ध्वनी कानों में गूंजने लगती है। पूजा करना हो या भगवान को भोग लगाना दोनों में घंटी बजाना एक महत्वपूर्ण क्रिया है। ऐसा भी कहा जाता है भगवान तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे आसान तरीका है

घंटी शब्द सुनते ही मीठि ध्वनी कानों में गूंजने लगती है। पूजा करना हो या भगवान को भोग लगाना दोनों में घंटी बजाना एक महत्वपूर्ण क्रिया है। ऐसा भी कहा जाता है भगवान तक अपनी बात पहुंचाने का सबसे आसान तरीका है घंटी बजाना। घंटी बजाने से देव प्रतिमाओं में चेतना जागृत होती है, जिससे पूजा-पाठ अधिक शुभ फल प्रदान करता है। घर में सुबह-शाम घंटी बजाएं। ऐसा करने से सारे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। नकारात्मकता का नाश होता है।

विज्ञान कहता है कि घंटी बजाने से कंपन पैदा होती है, जिससे उस स्थान पर मौजूद विषाणु नष्ट हो जाते हैं और सकारात्मक शक्ति पैदा होती है। जिन स्थानों पर घंटी बजने की आवाज हर समय आती रहती है वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। तभ तो आजकल लोग अपने दरवाजों और खि‍ड़कियों पर भी विंड चाइम्स लगवाते हैं,  ताकि उसकी ध्वनि से नकारात्मक शक्तियां हटती रहें और वहां का वातावरण शुद्ध रहें।

जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ, तब जो आवाज गूंजी थी। वही आवाज घंटी बजाने पर भी आती है। घंटी उसी नाद का प्रतीक है। यही नाद 'ओंकार' के उच्चारण से भी जागृत होता है। कहीं-कहीं यह भी कहा गया है कि जब प्रलय आएगा उस समय भी ऐसा ही नाद गूंजेगा।

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