बैतूल
बैतूल संसदीय क्षेत्र में मुलताई विधानसभा क्षेत्र के चार मतदान केंद्रों पर शुक्रवार को दोबारा मतदान संपन्न कराया गया। मतदान करने के लिए मतदाताओं में खासा उत्साह दिखाया। सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार लगने लगी थीं। शाम छह बजे तक चार केंद्रों पर कुल 72.97 प्रतिशत मतदान हुआ। उल्लेखनीय है कि सात मई को मतदान संपन्न कराने के बाद मतदान दल जिस बस में सवार होकर लौट रहे थे उसमें गौला गांव के पास आग लग गई थी।

आग लगने के कारण रजापुर, डूडर रैयत, कुंडा रैयत और चिखलीमाल मतदान केंद्रों की ईवीएम और वीवीपैट और अन्य चुनाव सामग्री जल गई थी। इसके बाद आयोग के निर्देश पर 10 मई को पुनर्मतदान कराया गया। शुक्रवार को तेज धूप होने के बावजूद भी मतदाताओं में मतदान को लेकर उत्साह कम नजर नहीं आया। हालांकि करीब चार प्रतिशत मतदाता ऐसे रहे जिनके द्वारा 7 मई को मतदान में हिस्सा लिया था लेकिन पुनर्मतदान करने के लिए नहीं पहुंचे। इन चार केंद्रों पर सात मई को 76.5 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन पुनर्मतदान में लुढ़ककर 72.97 प्रतिशत पर सिमट गया।

मध्य अंगुली पर लगाई गई अमिट स्याही
जिले के चार मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान होने के कारण मतदाताओं के बाएं हाथ की दो अंगुलियों पर स्याही के निशान देखने को मिल रहे हैं। दरअसल सात मई को हुए मतदान के दौरान बाएं हाथ की तर्जनी पर स्याही का निशान लगाया गया था। 10 मई को फिर से चार मतदान केंद्रों पर पुनमर्तदान हुआ। ऐसे में मतदाताओं के बाएं हाथ की मध्य अंगुली पर स्याही का निशान लगाया गया। इस तरह का मौका चारों मतदान केंद्र के मतदाताओं को पहली बार ही मिला है।

कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मतदान
शुक्रवार को मुलताई विधानसभा क्षेत्र के चार मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच पुनर्मतदान हुआ। यहां सुरक्षा की दृष्टि से मतदान केंद्रों पर पुलिस जवानों को तैनात किया गया था। जैसे ही मतदान की शुरूआत हुई अधिकारियों ने भी मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। किसी प्रकार से कोई चूक न हो, इसका पूरा ध्यान रखा गया। मतदाताओं को मतदान करने के लिए जागरूक करने में प्रशासनिक अमला दो दिन से जुटा हुआ था।

दीदीयां कर रहीं थीं मतदाताओं को प्रोत्साहित
शुक्रवार को तापतान में खासा उछाल आने के कारण दोबारा मतदान के प्रति मतदाताओं को जागरूक करने आजीविका मिशन की दीदीयों ने अहम भूमिका निभाई। आजीविका मिशन के डीपीएम सतीष पंवार ने बताया कि चारों मतदान केंद्रों पर दीदीयां सुबह से ही मतदाताओं को मतदान के प्रति प्रोत्साहित करने में जुट गई थी। उनके द्वारा जागरूक करने के कारण मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें लगने लगी थी।

केंद्रों पर की थी छाया और पानी की व्यवस्था
चार केंद्रों पर मतदान करने के लिए आने वाले मतदाताओं के लिए जिला प्रशासन द्वारा बेहतर व्यवस्था की गई थी। मतदान केंद्रों पर छाया के लिए टेंट लगाया गया था और पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई थी। मतदाताओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मतदान केंद्रों पर मेडिकल टीम भी मौजूद थी।

Source : Agency