हर इंसान धन कमाने की सोचता है। लेकिन सफल कुछ ही लोग होते हैं। नीतिशास्त्र में धन पाने के लिए कुछ बातों का ख्याल रखने के लिए कहा गया है। अगर इन बातों का ध्यान नहीं रखा जाता तो धन की देवी लक्ष्मी जी नाराज हो जाती हैं। आचार्य चाणक्य ने बताया है कि कलयुग में लक्ष्मी जी का विशेष स्थान है। मतलब आज के युग में धन आने से ही व्यक्ति का विकास और समाज में सम्मान मिलता है। आचार्य चाणक्य ने जीवन जीने के कुछ तरीके बताए हैं। इसमें धन कमाने को लेकर भी है। उन्होंने बताया है कि किस वजह से लोग धन नहीं कमा पाते हैं। चलिए बताते हैं चाणक्य के अनुसार वो तीन चीजें जिसे नहीं गलती से भी नहीं करना चाहिए।

चाणक्य नीति में कहा गया है कि व्यक्ति को कभी भी खुद को सबसे सर्वश्रेष्ठ और योग्य नहीं समझना चाहिए। यह अहंकार की निशानी होती है। जब कोई अहंकारी हो जाता है तो उसके अंदर मौजूद प्रतिभा खत्म हो जाती है। ऐसे में इंसान को आगे चलकर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं वो धन भी नहीं कमा पाता है। लक्ष्मी जी छोड़कर चली जाती हैं। क्योंकि लक्ष्मी जी को अहंकारी लोग बिल्कुल पसंद नहीं होते हैं।

चाणक्य नीति में लिखा गया है, इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन आलस होता है। जब वो मेहनत ही नहीं करेगा तो लक्ष्मी जी कहां से आएंगी। ऐसे घरों से लक्ष्मी जी जल्द ही भाग जाती हैं। आचार्य कहते हैं कि अगर किसी इंसान को सफलता बानी है तो उसे आलस को छोड़ना पड़ेगा। मेहनत से ही इंसान धन कमा पाता है।

आचार्य चाणक्य की मानें तो इंसान को हमेशा मीठी वाणी बोलनी चाहिए। जो सुनने में लोगों को अच्छा लगे। प्यार से बोलने वाले हमेशा तरक्की करते हैं। वो सबके प्रिय होते हैं। हर जगह उनका सम्मान होता है। वहीं जो लोग कड़वा बोलते हैं उन्हें लोग पसंद नहीं करते हैं। इतना ही नहीं उसके साथ काम भी नहीं करते हैं। जिसकी वजह से उनकी तरक्की की राह आगे बढ़ नहीं पाती है। उनसे लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं। कहते भी हैं, 'ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोये। औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए।'

Source : Agency