
भोपाल।
भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय द्वारा ‘विकसित भारत-2047’ के निर्माण में देश के नवप्रवर्तकों के योगदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से MSME हैकाथॉन 5.0 का आयोजन किया जा रहा है। इस हैकाथॉन में भाग लेने की अंतिम तिथि 14 जुलाई 2025 है। यह प्रतिभाशाली व्यक्तियों को अपने अभिनव विचारों को वास्तविकता में बदलने और ₹15 लाख तक का अनुदान प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
MANIT भोपाल को मिला होस्ट इंस्टीट्यूट का दर्जा
हाल ही में, MSME मंत्रालय ने मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT), भोपाल के मैनेट रोल्टा इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन फाउंडेशन सेंटर को होस्ट इंस्टीट्यूट के रूप में अनुमोदित किया है। जनवरी 2025 में MSME की टीम द्वारा संस्थान की अनुसंधान प्रयोगशालाओं और संसाधनों का निरीक्षण करने के बाद यह मान्यता प्रदान की गई थी।
MANIT संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर करुणेश कुमार शुक्ल ने बताया कि यह योजना MANIT के छात्रों, फैकल्टी और स्टाफ के लिए अत्यधिक लाभकारी होगी। वे अपने विचारों को प्रोटोटाइप में बदलने के लिए संस्थान के इनक्यूबेशन सेंटर से सीधे जुड़ सकेंगे और विभिन्न विभागों की प्रयोगशालाओं का उपयोग करने में सहायता ले पाएंगे। प्रोफेसर शुक्ल ने यह भी स्पष्ट किया कि यह योजना बाहरी इनोवेटर्स और MSME इकाइयों के लिए भी उपलब्ध है, जो संस्थान के इनक्यूबेशन सेंटर के साथ मिलकर काम कर सकते हैं।
ऐसे करें आवेदन और पाएं अनुदान
रोल्टा इनक्यूबेशन सेंटर के चेयरमैन, प्रोफेसर अखिलेश बर्वे ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मध्य भारत के इनोवेटर्स, स्टार्टअप्स और उद्यमी MSME पोर्टल (https://my.msme.gov.in/inc/Hackathon_Reg.aspx) पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन करते समय, उन्हें होस्ट इंस्टीट्यूट के रूप में मैनेट रोल्टा इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन फाउंडेशन, MANIT भोपाल का चुनाव करना होगा।
18 से 60 वर्ष की आयु के आवेदक अपने इनोवेटिव आइडिया सबमिट कर सकते हैं। चयनित विचारों को प्रोटोटाइप डेवलपमेंट के लिए MSME मंत्रालय द्वारा इनक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से ₹15 लाख तक की अनुदान राशि प्राप्त हो सकेगी। इस योजना का क्रियान्वयन MANIT इन्क्यूबेशन सेंटर के प्रोफेसर डॉ. अखिलेश बर्वे एवं डॉ. विनोद यादव द्वारा किया जाएगा।