
मध्यप्रदेश अपनी गौरवमयी विरासत से प्रेरणा लेकर विकास के रास्ते पर लगातार आगे बढ़ रहा है। हमारे प्रदेश में धार्मिक, ऐतिहासिक, वन क्षेत्रों , ग्रामीण इलाकों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। देश का हृदय स्थल होने से यहां के प्राचीन स्थान और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर वन , वन्यजीव अभयारण्य विदेशी लोगों को भी आकर्षित करते हैं। सहकारिता विभाग भी पर्यटन संबंधी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव सहयोग करेगा।
इस संबंध में कोआपरेटिव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अन्तर्गत अब पर्यटन के क्षेत्र में भी सहकारिता विभाग अपने काम को जनभागीदारी के साथ बढ़ाएगा। सहकारी समितियों के सहयोग से भी शहरों , गांवों , कस्बों पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
उक्त आशय के विचार मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने व्यक्त किए। श्री सारंग भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश टूरिज्म सस्टेनेबिलिटी समिट 2025 को संबोधित कर रहे थे। समिट का आयोजन पीएचडी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री मध्यप्रदेश चैप्टर ने किया। इस अवसर पर श्री सारंग ने कहा मध्य प्रदेश में पिछले वर्षों में पर्यटन अन्य राज्यों की तुलना में तेजी से बढ़ा है । राज्य सरकार ने सतत पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने हेतु होम स्टे मॉडल को सफलता पूर्वक चलाया है।
अभी प्रदेश में लगभग 241 होम स्टे पंजीकृत हो चुके है । इससे स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहे है और पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है ।
समिट के दौरान श्री सारंग ने कॉर्प सस्टेन नाम की संस्था के आधिकारिक ब्रोशर को लांच किया । कॉर्प सस्टेन देश में ग्रीन मोबिलिटी और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु कार्य करेगी ।
यहां यह बताना जरूरी होगा कि मध्यप्रदेश स्टेट चैप्टर के तत्वावधान में, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) द्वारा आयोजित “मध्यप्रदेश टूरिज्म सस्टेनेबिलिटी समिट 2025 का उद्देश्य मध्यप्रदेश को “सतत पर्यटन गंतव्य” के रूप में और अधिक मजबूत बनाना है ।
इसके साथ ही राष्ट्रीय, द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, उपक्षेत्रीय, बहुपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर सहयोग को प्रोत्साहित करना भी है।
यह समिट सरकार, उद्योग, राजनयिक समुदाय, अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों, प्रैक्टिशनर्स और मीडिया से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण हितधारकों को एक मंच पर लेकर आई । समिट के माध्यम से मध्यप्रदेश में “पर्यटन स्थिरता” के लिए एक दूरदर्शी कार्य योजना बनाई जा सकेगी और मध्य भारत के हृदयस्थल में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
समिट के दौरान अतुल के ठाकुर, सचिव स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल; इंडिया-नेपाल सेंटर; मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ स्टेट चैप्टर), पीएचडीसीसीआई , मनोज मोदी, सह-अध्यक्ष, मध्यप्रदेश स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई, संजय शर्मा, अध्यक्ष, पर्यावरण समिति, पीएचडीसीसीआई (म.प्र.) व एमडी, कॉर्पसस्टेन वेंचर्स ग्रुप और संस्थापक, एनक्सपेड (NxPed), आलाप बंसल, पार्टनर केपीएमजी, आनंद झा, उपाध्यक्ष (हेड ऑफ गवर्नमेंट एंगेजमेंट: इंडिया व साउथ एशिया), वीज़ा इंक, डॉ. अजय सिंह, निदेशक, एम्स भोपाल, सुमित सूरी, संयुक्त मानद सचिव एवं पदाधिकारी, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन पश्चिम भारत, अनिल गुलाटी, प्रमुख, फील्ड ऑफिस कार्यकारी यूनिसेफ मध्यप्रदेश, डॉ. मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ शोध संकाय, भारतीय वन प्रबंधन संस्थान (IIFM) भोपाल, शाश्वत सिंह, सीनियर फेलो, इंडिया फाउंडेशन, सुमित अग्रवाल, सह-अध्यक्ष, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण समिति, पीएचडीसीसीआई, महेन्द्र प्रताप शर्मा, अध्यक्ष, पर्यटन समिति, पीएचडीसीसीआई (म.प्र.), आर जी द्विवेदी, सलाहकार, मध्यप्रदेश स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई, हिमांशु बैस, सोलिडरिडाड भोपाल, अनिरुद्ध दुबे, रेजिडेंट मैनेजर, पीएचडीसीसीआई, मध्यप्रदेश स्टेट चैप्टर , मालविका मुदगल , बालाघाट से आए मिस्टर चाल्स, दमोह से डा गुप्ता, ने भी अपनी बात रखी।
समिट के दौरान विचार, विमर्श उपरांत यह तय किया गया कि पर्यटन क्षेत्र में विकास के नए एजेंडे के रूप में सततता (Sustainability) को मुख्यधारा में लाया जाएगा। मध्यप्रदेश के सतत और ग्रामीण पर्यटन के सफल उदाहरणों को सभी सहयोगी संस्थाओं के साथ साझा किया जाएगा।
भारत में पर्यटन व्यवसाय में सततता को शामिल करने के लिए विषय विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
पर्यटन के क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकी और हरित निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, प्रगतिशील नीतियों और कार्यान्वयन के लिए सरकार और उद्योग के बीच सहयोग को अधिक बेहतर बनाया जाएगा।
मध्यप्रदेश पर्यटन के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
इस बारे में चर्चा करते हुए अनिरुद्ध दुबे ने विश्वास दिलाया कि यह समिट मध्यप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगी।
श्री दुबे ने कहा कि यह समिट मध्यप्रदेश को सतत और ग्रामीण पर्यटन की दिशा में एक अग्रणी राज्य बनाने के प्रयासों को नई गति प्रदान करेगा।
– अमिताभ पाण्डेय
( लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं , संपर्क 9424466269 )