उत्तराखंड के नैनीताल जिले में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष को देखते हुए नैनीताल के जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। जंगल से सटे क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर अब प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जिलाधिकारी ने साफ कहा, अगर किसी इलाके में लेपर्ड या किसी भी जंगली जानवर का मूवमेंट बढ़ता है, तो स्थिति को देखते हुए स्कूलों की टाइमिंग में तुरंत बदलाव किया जाए। साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि जंगल क्षेत्रों में अकेले आवागमन न करें और सतर्कता बरतें। जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को भी निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में जंगली जानवरों का मूवमेंट अधिक है, वहां ऐसी तीखी और सुरक्षा देने वाली फसलें उगाने पर विचार किया जाए, जिससे जंगली जीव खेतों की ओर आकर्षित न हों।
उत्तराखंड : मौसम विभाग ने बारिश और बर्फबारी की जताई संभावना
उत्तराखंड के 35 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले कई इलाकों में बारिश हो सकती है। इसके अलावा उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी होने के आसार हैं। मौसम केंद्र के…
