
“विश्व निशाने पर है ©” यह शीर्षक उस अभियान का है जो कि जलवायु संकट के बारे में जागरूकता के लिए पिछले 21 वर्ष से चलाया जा रहा है। इस अभियान की स्थापना वर्ष 2004 में पर्यावरणविद एवं कवि डॉ. निखिल कांत द्वारा की गई थी।
विश्व निशाने पर है अभियान ने विश्व पर्यावरण दिवस 2025 पर अपनी 21वीं वर्षगांठ को एक भव्य वैश्विक आयोजन के रूप में मनाया। इस अवसर पर जलवायु विषयक रचनात्मक सहभागिता मंचों की एक नई श्रृंखला का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम का संचालन ओंकारेश्वर पांडेय (वरिष्ठ पत्रकार एवं संस्थापक, ग्रीन प्लैनेट फोरम) द्वारा किया गया, जिसमें मीडिया सहयोग प्रेम कुमार (वरिष्ठ पत्रकार) एवं मनोज भावुक (लेखक, गीतकार एवं टीवी प्रस्तोता) द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण VNPH (Vishwa Nishane Par Hai) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल और प्रणाम इंडिया, अचीवर्स जंक्शन जैसे मीडिया साझेदार चैनलों पर विश्वभर में किया गया।
इस अवसर पर VNPH पोएट्री, VNPH म्यूज़िक, VNPH स्टोरीटेलिंग, VNPH टॉक्स, VNPH व्लॉग्स, VNPH इवेंट्स, VNPH टेस्टिमोनीज़ और डॉक्युमेंट्री “VNPH पैनोरमा | विश्व निशाने पर है – एक जलवायु जागरण” का लोकार्पण किया गया। इन सभी पहलों का उद्देश्य है—कला और व्यक्तिगत अनुभवों के ज़रिए जलवायु के प्रति सकारात्मक कार्यों को साझा करना और लोगों को प्रेरित करना।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों और देशों से जुड़े प्रतिष्ठित अतिथियों ने अपने व्यक्तिगत जलवायु-सकारात्मक अनुभव साझा कर “प्लैनेट मेट्स” को प्रेरित किया। इनमें सम्मिलित थे: डॉ. अमर पटनायक (राज्यसभा सांसद अनुभवी), श्री जोस मैनुअल नोरोन्हा (अध्यक्ष, गोवा लोक सेवा आयोग एवं गोवा नवाचार परिषद अनुभवी), एमर्सन रेसेंडे (संस्थापक, Zeno Life Plan; 15 वर्षों का संयुक्त राष्ट्र अनुभव), अखिलेंद्र मिश्रा (प्रख्यात अभिनेता एवं रंगकर्मी), प्रो. (डॉ.) दिलीप कुमार एम (कुलपति, हेंसार्ड यूनिवर्सिटी, नाइजीरिया), राजयोगी निकुंज (वैश्विक आध्यात्मिक लेखक), सुश्री ऋधिमा पांडेय (जलवायु कार्यकर्ता), तेज प्रताप नारायण (ओएसडी, रेलवे बोर्ड) आदि।
यह आयोजन श्रीमती मृदुला श्रीवास्तव को समर्पित था — जो डॉ. निखिल कांत की पूज्य माता एवं एक हिंदी साहित्यकार थीं। वे अभियान की शुरुआत से ही इसकी मौन मार्गदर्शक रही हैं। उनकी संवेदनशीलता और प्रेरणा VNPH परिवार के लिए आज भी अमूल्य है।
यह अभियान VNPH फाउंडेशन द्वारा पोषित है, जिसकी स्थापना के. पियूष (विज़शार्क्स के पर्यावरण-संवेदनशील सीईओ एवं फाउंडेशन के चेयरमैन) ने की थी। फाउंडेशन का नेतृत्व डॉ. के. अंजलि (निदेशक) एवं अजिताभ सिन्हा (ओवरसीज़ कोऑर्डिनेटर) कर रहे हैं। यह एक पूर्णतः स्वैच्छिक और वित्तीय लेन-देन रहित अभियान है, जो कविता, संगीत, कहानी कहने, एवं दृश्य/प्रदर्शन कलाओं के माध्यम से आम लोगों को जलवायु के प्रति सक्रियता के लिए प्रेरित करता है। यह वर्षगांठ VNPH की परंपरा अनुसार 22 अप्रैल (अर्थ डे) से 5 जून (विश्व पर्यावरण दिवस) तक आयोजित 45-दिवसीय वैश्विक जलवायु जागरूकता गतिविधियों की परिणति थी।
– अमिताभ पाण्डेय