लाहौर
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा हाल में की गयी अपनी एक टिप्पणी के लिए विवादों में आ गये थे। रमीज ने इंग्लैंड पर पाकिस्तान की 2-1 टेस्ट सीरीज जीत के बाद टेस्ट टीम के कप्तान शान मसूद से पूछा था कि पिछले लगातार छह हार टीम को कैसे मिलीं।  वहीं अपने बयान का बचाव करते हुए रमीज ने कहा कि उनका इरादा टीम की उपलब्धि को कम करना नहीं बल्कि यह पता लगाना था कि उन्होंने हाल की मुश्किलों को किस प्रकार पार किया। इस पूर्व क्रिकेअर ने कहा, मैंने कुछ सवाल पूछे और मेरा लक्ष्य किसी को नीचा दिखाना या पाकिस्तान की जीत को नकारात्मक रूप में पेश करना नहीं था।
एक कमेंटेटर के तौर पर पाकिस्तान जितना ज़्यादा जीतता वह हम सभी के लिए फयदेमंद रहता क्योंकि उससे अधिक से अधिक अवसर हमारे पास आते। उन्होंने सोशल मीडिया को लेकर कहा, आजकल लगता है सोशल मीडिया ही जीवन हो गया है। उन्होंने कहा कि इसी कारया लोग उनकी टिप्पणियों को गलत समझने लगे। उन्होंने कहा, अगर मैं अपना जीवन सोशल मीडिया की बातों के आधार पर जीता, तो मैं इस क्षेत्र में नहीं होता। ऐसे कई लोग हैं जो क्रिकेट नहीं खेले हैं पर विशेषज्ञों की तरह बातें करते हैं।
राजा ने ये भी कहा कि उनका इरादा शान मसूद की कप्तानी पर सवाल उठाने का नहीं था पर उनकी बात को गलत बताकर विवाद शुरु कर दिया गया। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने कहा, जब बांग्लादेश ने 2-0 से जीत हासिल की, तो मैंने किसी को हटाने के लिए नहीं कहा। मैं सीरीज जीतने के बाद शान की कप्तानी पर सवाल क्यों उठाऊंगा? वहीं इससे पहले इससे पहले मोहम्मद आमिर ने रमीज की टिप्पणियों की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी, जिसमें कहा गया था कि पूर्व अध्यक्ष को पिछली विफलताओं को सामने लाने की जगह सीरीज जीत का जश्न मनाने पर ध्यान देना चाहिए था। आमिर ने कहा, आपको सीरीज जीत का जश्न मनाना चाहिए। आपके बगल में एक सीरीज जीतने वाला कप्तान बैठा है। आपको उससे जीत और अगली योजनाओं के बारे में पूछना चाहिए था। लेकिन आप उसका मजाक उड़ा रहे हैं। थोड़ा सम्मान करें। आप पढ़े-लिखे लोग हैं और आपको भी वैसा ही व्यवहार करना चाहिए। जहां श्रेय देना है, आपको देना चाहिए।  

 

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