मुलताई

स्कूल में आमतौर पर रोजाना निकलने वाले कचरे का भी सदुपयोग किया जा सकता है सुनने में यह जरूर अजीब लगता है लेकिन नगर के न्यू कार्मल स्कूल के विद्यार्थियों ने कचरे से जैविक खाद बनाने की पहल की है। ईको स्मार्ट योजना के तहत शाला संचालक अनीस नायर के मार्गदर्शन में शाला के विद्यार्थी अब कचरे से जैविक खाद बनाएगें। खाद बनाने में स्कूल परिसर में ही प्रतिदिन जमा होने वाली घास एवं पत्तियों का भी उपयोग किया जाएगा। इस पूरे अभियान में शाला के विद्यार्थियो को अध्यापक, अध्यापिकाओ, शाला स्टाफ सहित स्कूल वाहन के चालक भी सहयोग करेगें। न्यू कार्मल स्कूल में अध्ययनरत आभा सोनी तथा अदिति यादव ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश सांइस सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में शाला में ईको स्मार्ट स्कूल परियोजना का संचालन हो रहा है। जिसमें विद्यालय को स्वच्छ रखना, विद्यार्थियों को शुद्घ पेयजल की व्यवस्था, वाटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक जल स्त्रोतों का संरक्षण,जल का सदुपयोग जैसे विषय पर काम किया है। शाला संचालक अनीष नायर ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा की गई, इस पहल को शाला प्रबंधन द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा। विद्यार्थियों में समूह में कार्य करने की प्रवृत्ति के विकास हेतु संस्था हर तरह से सहयोग करेंगे, आयोजन में संस्था के कर्मचारी लीलावती बझांडे, गुुंंता बाई थानेकर, ममता पंवार, जयवंती पंवार, सुरेश पंवार, मनीष सांडे, गुड्डू पंवार, दीपक वर्मा, मनीष, संदीप, भोजराज, बाला आदि ने सहयोग दिया।

Source : Akshay soni/Rakesh Agrawal